श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग एक अद्भुत ज्योतिलिंग
श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग भगवान शिव का चतुर्थ
ज्योतिलिंग है यह ज्योतिलिंग मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में है यहा पहुचने के लिए देश
के सभी जगहों से रेल और सरक तथा हवाई यात्रा की सुविधा उपलध है यह श्री ओम्कारेश्वर
ज्योतिलिंग इंदौर शहर से करीब ८० किलोमीटर की दुरी पर है यह खंडवा जिले में परता है
यहाँ जाने के लिए आप को इंदौर आना होगा जहा से बस या रेल से आप ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग
पहुच सकते है रेल यात्रा के लिए आप को इंदौर से ओम्कारेश्वर रेलवे स्टेशन पहुचना होगा जहा से आप को ऑटो या सीधी बस भी मिल जाएगी आप
अपनी सुबिधा के अनुसार इंदौर से बस से भी यहाँ जा सकते है बस का किराया लगभग 100 से
१२० रूपया रहता है आप दक्षिण से खंडवा जंक्शन से
बस से भी यहाँ आ सकते है मंदिर से ही
कुछ दुरी पर बस स्टैंड है
श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग मध्यप्रदेश में नर्मदा
नदी के किनारे अबस्तिथ है यह श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग मंदिर काफी भव्य और सुन्दर
है मंदिर प्रागनं स्थल ॐ के आकर जैसा दीखता है शिव भक्त इसकी श्रधा से परिक्रमा करते
है मंदिर इक पुल से ज़ुरा हुआ है पुल पर वाहनों का प्रवेश बरजित है आप मंदिर तक इस पुल
को पार कर के जा सकते है मंदिर के दोनों और पर्वत ही है ये चारो और से पहांरों से घिरा
है मंदिर के आस पास काफी पैर पोधे है जो इसके सुन्दरता में चार चाँद लगा ते है
श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग की सुन्दरता पूरी तरह
से मन मोहक है मंदिर के आस पास काफी सुन्दर दृश्य
है मंदिर के टिक में नर्मदा नदी पर डेम है जिसकी सुन्दरता अनोखी है समय समय
पर डेम से पानी भी छोरा जाता है उस समय नर्मदा नदी में बाद आ जाती है
यहाँ पहुच
कर आप नर्मदा नदी में स्नान कर मंदिर में जाकर पूजा कर सकते है पास ही ममलेश्वर ज्योतिलिंग
भी है जहा आप पहले जाकर दर्शन पूजन करे फिर आप पुल पारकर श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग
मंदिर में जाकर पूजन अर्चन करे
हिन्दू धरम ग्रंथो के अनुसार एक बार देव और दानवो
में घोर युध्य हुआ युध्य में दानव विजयी हुआ देवता हार से निरास होकर भगवान शिव की
सरन में चले गए देवता भगवान् शिव की स्तुति करते हुए विनती की वह दानवो से उसकी रक्षा
करे भगवान शिव ने देवताओ को अभय का बरदान दिया देवता गन भगवान शिव के आशीर्वाद के कारन
भय मुक्त हो गए तभी से वहा भगवान् शिव ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग के रूप में प्रकट हो
कर दानवो का नाश किया देवताओ की मनोकामने पूर्ण हुए तभी से यह ज्योतिलिंग ओम्कारेश्वर
के रूप में प्रसिद्ध हो गया
ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग इंदौर से ८० किलोमीटर की दुरी
पर है यहाँ तक आप सीधे बस से आ सकते है ओम्कारेश्वर मंदिर तक पहुचने में लगभग ३ घंटे
का समय लगता है यात्रा के दोरान आप को बार ही सुन्दर कुदरती नजरो का दर्शन होता है
श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग का दर्शन पूजन करके शिव
भक्त भाव बिभोर हो जाती है राजा होलकर ने श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग का निर्माण करवाया
था मदिर पांच मजिला है श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग का ज्योतिलिंग एक गुम्वाद के निचे
है भगवान शिव की मूर्ति मंदिर के शिखर पर है श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग के पीछे माता
पार्वती देवी की मूर्ति है इस मूर्ति के सजावट में चादी का उपयोग किया गया है मंदिर
का गर्व गृह काफी छोटा है इसमें एक साथ करीब १५ लोग ही खरे हो सकते है मुख्य दवार पर
सुखदेव मुनि की मूर्ति है सुखदेव मुनि भगवान शिव के परम भक्त थे भक्तगण भगवान शिव के
साथ सुख् देव मुनि की भी पूजा करते है
श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग का मंदिर रोज सुवह के 5 बजे खुलता है भगवान् शिव के ज्योतिलिंग कि आरती दिन में तिन बार
की जाती है श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग को दुघ पानी दही शहद और धी सी स्नान कराया
जाता है शिवभक्त गन ज्योतिलिंग पर चावल हल्दी और सिंदूर भी चढाते है श्री ओम्कारेश्वर
ज्योतिलिंग के पूजा करवाने के लिए पुरोहित भी उपलध है पूजा का कोई निर्धारित रेट नहीं
है आप अपने अनुसार पुरोहित को दक्षीना भी दे सकते है मंदिर का गर्व गृह छोटा होने के कारन पुरोहित जल्दी पूजा संपन करवाते है अनुष्ठान
के अबसर पर वाहर ही पूजा होते है पुरोहित भक्तोको पूर्ण सहयोग करते है श्री ओम्कारेश्वर
ज्योतिलिंग का मंदिर रात्रि के दस बजे बंद हो जाता है
श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग में यात्रियों के ठहरने
की उत्तम सुबिधा है यहाँ पर्याप्त धरम शालाये है श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग
मंदिर ट्रस्ट के द्वारा आश्रम का भी निर्माण कराया गया है यात्री निवास में यात्रियों
को वेहतरीन सुविधा प्रदान की जाती है श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग के केंटिन में उचित
दर पर भोजन की सुविधा उपलध है मंदिर से ही थोरी दूर पर पयर्टन भवन भी है जहा आप रुक
सक्रते है
श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग मंदिर से कुछ दुरी पर
नर्मदा और कावेरी नदी का संगम है जो की काफी दर्शनीय स्थल है यहाँ भक्त गन अपने पूर्वजो
का तर्पण करते है मंदिर के टिक पीछे इक गुफा है जिसमे आदि गुरु शंकराचार्ज की प्रतिमा
है नर्मदा पण बिजली योजना के द्वारा एक बांध का भी निर्माण करवाया गया है जो काफी दर्शनीय
है यहाँ नाव के द्वारा पुरे नदी के बांध का भ्रमण किय जा सकता है श्री ओम्कारेश्वर
ज्योतिलिंग एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है यहाँ आकर सिव भक्त धन्य हो जाते है अपने जीबन
को धन्य कर लेते है जय बोलो ओम्कारेस्वर की जय
स्वामी निर्मल गिरी जी महाराज
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